एकेएस यूनिवर्सिटी के खनन अभियांत्रिकी विद्यार्थियों द्वारा पन्ना डायमंड माइंस का शैक्षणिक एवं औद्योगिक अध्ययन दौरा।
सतना | जुलाई 2025।रविवार।
एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के खनन अभियांत्रिकी विभाग के विद्यार्थियों ने हाल ही में भारत की एकमात्र कार्यरत हीरा खदान पन्ना डायमंड माइन, का शैक्षणिक दौरा किया। यह खदान भारत सरकार के प्रतिष्ठित सार्वजनिक उपक्रम ‘नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा संचालित की जाती है, जो न केवल देश की खनिज समृद्धि का परिचायक है, बल्कि अत्याधुनिक तकनीक और पर्यावरणीय संरक्षण का उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत करती है।इस शैक्षणिक यात्रा का उद्देश्य छात्रों को खनन उद्योग की व्यवहारिक चुनौतियों, नवीनतम तकनीकों, और खनिज संसाधनों के वैज्ञानिक निष्कर्षण की प्रक्रियाओं से प्रत्यक्ष रूप से अवगत कराना था। विशेष रूप से उल्लेखनीय यह रहा कि यह खदान पन्ना टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में स्थित है, जहाँ जैव-विविधता के संरक्षण के साथ संतुलित खनन संचालन किया जा रहा है। छात्रों ने जाना कि किस प्रकार वैश्विक मानकों के अनुरूप तकनीक का प्रयोग करते हुए पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा करती है। इस औद्योगिक भ्रमण के दौरान छात्रों ने हीरा निष्कर्षण एवं प्रोसेसिंग यूनिट का अवलोकन किया, जहाँ विश्व-स्तरीय मशीनरी और स्वचालित तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। यह अनुभव विद्यार्थियों के लिए अत्यंत प्रेरणादायी रहा, जिससे उन्हें खनन इंजीनियरिंग के व्यावहारिक पहलुओं को निकट से समझने का अवसर प्राप्त हुआ। इस शैक्षणिक यात्रा का नेतृत्व खनन अभियांत्रिकी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापकगण श्री जे. एन. सिंह, श्री पी. सी. तिवारी, एवं श्री अवधेश पांडेय ने किया। उन्होंने छात्रों को तकनीकी विश्लेषण, पर्यावरणीय प्रबंधन, और खनिज संसाधनों के टिकाऊ दोहन के सिद्धांतों पर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन प्रदान किया। एकेएस यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित इस प्रकार के उद्योग-आधारित शैक्षणिक कार्यक्रम छात्रों के तकनीकी कौशल को व्यावसायिक दृष्टिकोण प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें भावी इंजीनियरिंग नेतृत्व हेतु तैयार करते हैं।